फैशन डिजाइनर एक आकर्षक कैरियर हैए लेकिन लोगों की बदलती माँग और बढ़ती प्रतिस्पर्धा की दौड़ में खुद को आगे बनाए रखने के लिए यह पेशा जबर्दस्त परिश्रम माँगता है। फैशन डिजाइनर की वास्तविक प्रोफाइल क्या है यदि सीधे शब्दों में कहा जाए तो यह कपड़े और परिधानों द्वारा किसी व्यक्ति को अच्छा दिखाने का एक रास्ता अथवा माध्यम है। एक फैशन डिजाइनर कपड़े का फेब्रिकए टेक्सचरए कलरकोड असेसरीज सहित परिधान के बारे में सोचता हैए योजना बनाता है और इसे आकार देता है। फैशन का मतलब केवल नए डिजाइन किए हुए कपड़े नहीं बल्कि उसे पहनने के सलीके से लेकर उसमें लगने वाली एसेसरीज आदि भी फैशन डिजाइनिंग क्षेत्र में आता है। फैशन डिजाइनिंग वर्तमान समय में सबसे ज्यादा ग्लैमर प्रोफेशनल है इसलिए फैशन डिजाइनिंग में अच्छा कैरियर के अवसर हैं।
फैशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद रोजगार के बहुंत अच्छे अवसर है द्य शासकीय कन्या पोलिटेक्निक जगदलपुर में थ्री ईयर डिप्लोमा ए श्कास्टूम डिज़ाइनिंग एंड ड्रेस मेकिंगश् विभाग है जहाँ पर छात्राओं को ड्रेस डिजायनिंग की ट्रेनिंग दी जाती है इस विभाग केए पास आउट छात्राओं में से कुछ ने जगदलपुर में बुटिक खोलें है जैसे दृ तुलिका बुटिकएख़ुशी बुटिक ए दिवा बुटिक ए चेतना बुटिक आदि यहाँ पर स्वयंम अपना बिजिनेस खोल कर दूसरों को भी रोजगार दे रहें है द्य कुछ पास आउट छात्राए शाण्कन्या पोलिटेक्निक में विभाग श्कास्टूम डिज़ाइनिंग एंड ड्रेस मेकिंगश् में श्रीमती संगीता गुप्ता एश्रीमती विनीता जैन एकुण्प्रीती ए कुण्ज्योति मेश्राम व्याख्याता के पद पर कार्य कर रहें है द्य जो भी छात्राएं यहाँ से पढाई की है उनमे से अधिकतर लोग जॉबएअपना बिजीनेस एटेलरिंग वर्कए ट्रेनरए व्याख्याता है और दस हजार से पचास हजार रूपये तक प्रति माह कमातीं हैद्य क्रिएटिव लोगों के लिए अवसरों की कमी नहीं है द्य डिजानिंग का कार्य काफी चकाचौंध भरा होता है यहाँ कुछ नया करने की चुनौती होती है
शास. कन्या पोलिटेक्निक जगदलपुरए श्कास्टूम डिज़ाइनिंग एंड ड्रेस मेकिंगश् विभाग में ट्रेनिंग के दौरान बेसिक टेक्निक ऑफ़ कन्सट्रक्टरए फैब्रिक आर्नामेंट टेक्निकएफैशन ड्राविंगएचिल्ड्रन गार्मेंटएलेडिस गार्मेंटए मेंस वेयर इन्फेंट क्लोदिंगए ड्राफ्टिंग एकटिंग ए बेसिक ड्राफ्टिंग एंड कटिंग के लिए पैटर्न तैयार करनाए हैण्ड एम्ब्राएडरी मशीन एम्ब्राएडरी एट्रेडिशनल एम्ब्राएडरीए फैशन शो एपर्सनालिटी डवलपमेंटए डिजाइनरों पर फेब्रिक्स और कटिंग जानकारीए फ्लैट पैटर्न और ड्रेपिंगए एडवांस डिजानिंगए एसेसरीज;बैगएज्वेलरीएहेड गियर एबेल्ट द्ध डिजानिंग एहिस्टोरिकल कास्टूमए कपड़ों की उचित आकार में फिटिंग्स की जानकारी दी जाति है द्य प्रोजेक्ट वर्क करवाया जाता है द्यसमय समय पर मार्केटए कोसा सेंटर एनगरनार एजेल की विजिट कराई जाति है
परिधान तैयार करने के लिए कपड़ा खरीदने से लेकर फिनिशिंग तक के हर पहलू ए कैसा कपड़ा होए उसका टेक्सचर और कलर क्या होए उसके साथ लगने वाले और आइटम कैसे होंए की जानकारी दी जाती है। ताकि जब ड्रेस बन कर तैयार हो तो कुछ खास होए लागत तार्किक हो और वह बाजार और चलन के अनुरूप हो। यह तभी संभव हैए जब कपड़े की बनावट.बुनावटए रंगए चलन इत्यादि की जानकारी हो।